हमारे देश में कई सारी घटनाएं होती रहती हैं , हर तरह की घटनाएं होती रहती हैं परंतु हमारे देश में सर्वाधिक मौतें सड़क दुर्घटनाएं की वजह से होती रहती हैं। हम एक ऐसे देश में रहते हैं जहां सड़क संबंधी नियम व्यव्यस्था इतनी अच्छी नही हैं । हमारे देश में सड़क संबंधी नियम अगर हैं भी तो लोग उसे मानते नही हैं और जल्दी जाने के चक्कर में लोग अक्सर गलत रास्ते पकड़ लेते हैं और सड़क दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं । हर दिन हमें नई नई सड़क दुर्घटना के हजारों खबरें पढ़ने और सुनने को मिलती हैं। ये काफ़ी गंभीर मुद्दा हैं। हमारे देश में सड़क दुर्घटना जैसी समस्या काफी अहमियत रखती हैं क्योंकि इस देश में ज्यादा मौतें सड़क दुर्घटना की वजह से होती हैं। अक्सर हम कहते हैं की हमारे देश में बहुत गरीबी हैं परंतु अगर हम नजर घुमाए आस पास तो इतने लोग गाडियां लेकर घूमते हैं यह कहना अजीब लगता हैं कभी कभी की हमारे देश के लोग गरीब भी हैं क्योंकि हमारे देश में आर्थिक असमानता काफी हैं, कुछ लोग इतने अमीर है की उनके परिवार के हर एक सदस्य के पास गाड़ी हैं और सारे सदस्य सड़क पर गाडियां लेकर चलते हैं और ट्रैफिक की भी समस्या आती हैं जिसकी वजह से कुछ लोग पैदल सड़क पार कर लेते हैं और असावधानी की वजह से कभी कभी सड़क दुर्घटना हो जाती हैं । हमारे देश में अक्सर लोग सड़क दुर्घटना को गंभीरता से नहीं लेते हैं और वो दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं ।दुर्घटना को नजरंदाज करने का एक मात्र तरीका हैं की हमे ऐसे कानून बनाना होगा जो काफ़ी सख्त हो और साथ ही साथ उसका उपयोग भी किया जाए । अगर हम सख्त कानून लागू करे तो ऐसी समस्या को खत्म नही परंतु कम किया जा सकता हैं । सड़क सुरक्षा एक गंभीर विषय हैं और इसके बारे में हमें और जागरूकता फैलाने की आवश्यकता हैं । हम सभी जानते हैं की सड़क पर चलने का कुछ नियम होता है । हमारे देश के बहुत सारे शहर ऐसे हैं जहां सड़क पर चलने का अपना एक नियम कानून हैं और लोग उसे बड़ी ही अच्छी तरह से मानते हैं पर कुछ हिस्से ऐसे हैं जहां पर इन कानूनों का कोई महत्व नहीं हैं । सड़क पर पैदल चलने का अपना एक नियम हैं और अगर लोग इसके अनुरूप चलते हैं तो बहुत सी घटनाएं हम नजर अंदाज कर सकते हैं । सड़क दुर्घटना को हम जागुरकता , सही पढ़ाई और कड़े नियम कानूनों की मदद से कम कर सकते हैं । हमारे देश के सांसद लोग सड़क संबंधी कानूनों की वकालत देश की संसद में कर रहे हैं जो की एक सराहनीय बात हैं । आज हम जिस युग में रह रहे हैं वहां लोगों के अंदर जज़्बात की भारी कमी हैं जिसका असर हमारे समाज पर पड़ रहा हैं । आज अगर किसी के साथ कोइ दुर्घटना हो जाए तो कोई उसकी मदद के लिए आगे नही आना चाहता हैं जो की बहुत दुख की बात हैं और इस देश का एक नकारात्मक पहलू बनता जा रहा हैं । हम दुनिया में सबसे जज्बाती देश हैं और अब यहां भी लोगों में जज़्बात कम पड़ने लगे तो समाज ही नष्ट हो जायेगा । नेक आदमी की पहचान तो दूर से हो जाती हैं । नेक इंसान संबंधी नियम कानून इस देश की आवश्यकता हैं जहा नागरिकों को दूसरों की मदद करने की भावना जागृत हो । कुछ उदाहरण के लिए जैसे अगर कोई दुर्घटना ग्रस्त हो तो उसे तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाए , प्राथमिक उपचार करे इत्यादि । इस तरह की भावना देश को मजबूत करती हैं और अच्छे स्वस्थ समाज का संदेश देती हैं । हमारा देश हमेशा अपने आचरण , परंपरा और संस्कार की वजह से विश्व प्रसिद्ध रहा हैं और आगे भी रहेगा जिसके लिए हम सभी नागरिकों को अपनी जिम्मेदारी अच्छे से निभानी होगी जिससे सड़क दुर्घटना कम किया जा सके और अगर हो भी जाए तो हम इंसान होने का फर्ज अदा करे । जय हिन्द ।
It was 13.12.2023 ....I woke up early in the morning because I had to write my assignment .....Usually I wake up around 7'0 clock when i have no where to go about .... When I have to go then i wake up early because its take alot for me to get out from the sleep zone and focus on to the wordly activities. ...But this morning was quite different because I had to rush to deliver my topic on the stage . I was excited so it didn't take me much to zone out from the sleep. Usually Mornings are calm for me ...I am in no speaking zone but that day my mind was constantly speaking inwards about VS Naipaul. A Diasporic Author who is known across the world for his terrific writing in fiction . I had chosen this topic to deliver on the stage while all my mates had chosen common topic among them called Train to Pakistan which i had no idea about ...when i reached there in the hall I realized that only i m delivering topic on diasporic and felt out of blue but composed myself becau...
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